दिल्ली विधानसभा में हाल ही में प्रस्तुत CAG रिपोर्टों के बाद, दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वर्मा ने कहा, “केजरीवाल का भ्रष्टाचार उजागर होगा, और मुझे नहीं लगता कि वे इस जन्म में तिहाड़ जेल से बाहर आ पाएंगे।”
वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि पिछली AAP सरकार ने केंद्र के साथ सहयोग न करके दिल्ली की प्रगति में बाधा डाली। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करेगी ताकि प्रमुख मुद्दों का समाधान किया जा सके।
इसके अलावा, वर्मा ने केजरीवाल पर यमुना नदी की सफाई में विफल रहने का आरोप लगाते हुए, उनके कट-आउट को यमुना नदी में डुबोकर विरोध प्रदर्शन किया। इस कट-आउट पर लिखा था, “मैं फेल हो गया, मुझे वोट मत देना, 2025 तक मैं यमुना साफ़ नहीं कर पाया।”
वर्मा ने यह भी दावा किया कि अदालत ने केजरीवाल को जमानत देते समय उन पर कई शर्तें लगाई हैं, जिनमें उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय जाने, सरकारी फाइलों पर हस्ताक्षर करने, या किसी अधिकारी से मिलने पर रोक शामिल है। वर्मा ने कहा, “केजरीवाल इस जीवन में फिर से मुख्यमंत्री नहीं बन सकते।”
इन आरोपों और चेतावनियों के बीच, दिल्ली की राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है, और आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इन घटनाओं का आगामी चुनावों और सरकार की नीतियों पर क्या प्रभाव पड़ता है।