
परिचय- सिलचर रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम ने अपने शताब्दी समारोह की शुरुआत हाथियों, घोड़ों और पालकियों सहित विभिन्न भाषाओं और समुदायों के लोगों के साथ एक भव्य जुलूस के साथ की।
सिलचर के रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम ने वीओ-सेवा और आध्यात्मिकता के माध्यम से अपनी शताब्दी पार कर ली है। इस अवसर पर उद्यमियों ने 15 मार्च से 20 मार्च तक विभिन्न कार्यक्रम किये हैं। रविवार को, संगठन का शताब्दी समारोह सिलचर में हाथी, घोड़ों और पालकी के साथ एक भव्य जुलूस के साथ शुरू हुआ। इस दिन वेलूर मठ के उपाध्यक्ष स्वामी गिरिशानंदजी महाराज, विभिन्न देशों के आश्रम के संत, भिक्षु और श्रद्धालु तथा अन्य संगठन और पदाधिकारी उपस्थित थे। इस दिन रामकृष्ण परमहंस देव, मां सारदा और स्वामी विवेकानन्द की प्रकृति से सजी विभिन्न झांकियों के साथ जुलूस शहर के विभिन्न इलाकों की परिक्रमा करते हुए मिशन परिसर पहुंचा, बाद में गिरीशानंदजी का हाथ पकड़ कर सारदा डेंटल क्लिनिक और स्वामी योगानंद सभागृह के दरवाजे खोले गये. 18 मार्च को रामकृष्ण मठ और मिशन बेलूर मठ के अध्यक्ष स्वामी गौतमानंदजी महाराज और असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा की उपस्थिति में रामकृष्ण परमहंस देव के नवनिर्मित मंदिर का अनावरण किया जाएगा। आश्रम की शताब्दी के उपलक्ष्य में 20 मार्च तक विभिन्न कार्यक्रम चलेंगे। इनमें स्मारकों का अनावरण, अतिथियों का स्वागत, राष्ट्रगान का प्रदर्शन, दीक्षा दान, बहुभाषी समुदायों के सांस्कृतिक कार्यक्रम, जुलूस, आरती और प्रार्थनाएं, धार्मिक बैठकें, वास्तु यज्ञ और अन्य कल्याणकारी धार्मिक कार्यक्रम रखे गए हैं।