समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली खान ने हाल ही में राज्यसभा में बजट पर चर्चा के दौरान सरकार की आलोचना की और अल्पसंख्यकों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा। जावेद अली खान ने अपने भाषण में कहा कि जिन मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलाई गई, उन्होंने मौनी अमावस्या के दिन हजारों श्रद्धालुओं को अपनी मस्जिदों और मजारों में ठहराया।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के बजट में की गई भारी कटौती पर भी चिंता व्यक्त की। वित्तीय वर्ष 2024-25 में मंत्रालय का बजट घटाकर 3,183.24 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो कुल बजट का मात्र 0.066% है। यह पिछले वर्षों की तुलना में काफी कम है, जहां 2021-22 में यह 4,810.77 करोड़ रुपये था।
जावेद अली खान ने सरकार से अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए उचित बजट आवंटन सुनिश्चित करने की मांग की और महाकुंभ जैसी घटनाओं में प्रशासनिक कुप्रबंधन पर सवाल उठाए।
उनके इस भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किया गया है।
जावेद अली खान 2014 से 2020 तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं और अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से पॉलिटिकल साइंस में एमए किया है और छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं।
उनके इस भाषण ने संसद और सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है।