
8,000 करोड़ फीस बकाया पर बंद हुए तेलंगाना के कॉलेज – KTR ने राहुल गांधी से दखल देने की अपील की
हैदराबाद:
तेलंगाना में शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। राज्य के कई निजी कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों ने सरकार पर लगभग ₹8,000 करोड़ रुपये फीस प्रतिपूर्ति बकाया होने का आरोप लगाते हुए अपने संस्थान अस्थायी रूप से बंद कर दिए हैं।
इस मुद्दे पर भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव (KTR) ने केंद्र सरकार और कांग्रेस नेतृत्व को घेरा है। KTR ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से सीधे दखल देने की अपील की है।
KTR ने कहा –
“छात्रों और अभिभावकों को कठिनाई में डालकर कांग्रेस सरकार चुपचाप बैठी है। ₹8,000 करोड़ से अधिक फीस प्रतिपूर्ति बकाया होने के कारण कॉलेज बंद हो रहे हैं और लाखों छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। राहुल गांधी, जो खुद को युवाओं की आवाज़ बताते हैं, उन्हें तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले सभी छात्रों को समय पर फीस प्रतिपूर्ति देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद उसे भूल गई। “अब हालात इतने खराब हो चुके हैं कि संस्थान खुद को चलाने में असमर्थ हो रहे हैं,” KTR ने जोड़ा।
दूसरी ओर, कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि सरकार की ओर से लगातार बकाया न मिलने के कारण उन्हें स्टाफ की तनख्वाह, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य खर्च पूरे करने में भारी दिक़्क़त हो रही है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि बकाया राशि को चरणबद्ध तरीके से जारी करने की योजना पर काम किया जा रहा है, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
निष्कर्षतः, फीस प्रतिपूर्ति का यह संकट तेलंगाना के लाखों छात्रों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन चुका है। अब सबकी नज़रें इस पर हैं कि राहुल गांधी और कांग्रेस सरकार इस मामले में क्या ठोस कदम उठाती है।