देशभर में भीषण गर्मी के बीच सरकार का बड़ा फैसला, AC टेंपरेचर को लेकर सरकार ने जारी किए नए नियम
🔥 भीषण गर्मी में राहत की उम्मीद के बीच सरकार ने लिया अहम फैसला। देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। इसी बीच ऊर्जा मंत्रालय ने एयर कंडीशनर (AC) के इस्तेमाल को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसका उद्देश्य बिजली की खपत को नियंत्रित करना और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है।
📢 क्या है नया नियम?
👉 सरकार ने सभी सार्वजनिक स्थानों जैसे—
मॉल्स,सिनेमा हॉल,कार्यालय,होटल,शैक्षणिक संस्थान
में एसी का न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रखने का निर्देश दिया है। इससे कम तापमान (जैसे 18–22°C) पर एसी चलाने पर रोक नहीं है, लेकिन इसे निरुत्साहित किया गया है।
🎯 मुख्य उद्देश्य:
बिजली की भारी खपत को घटाना
ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाना
स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त तापमान बनाए रखना
ऊर्जा मंत्रालय का बयान:
“भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देश में 24-26°C का तापमान स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त है। इससे न केवल ऊर्जा की बचत होगी, बल्कि कार्बन फुटप्रिंट भी घटेगा।”
नियमों का पालन अनिवार्य या सुझावात्मक?
फिलहाल, ये गाइडलाइंस सुझावात्मक हैं, लेकिन सरकारी कार्यालयों और केंद्रीय संस्थानों में इसे अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। निजी संस्थानों से भी अनुरोध किया गया है कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन करें।
⚡ बिजली संकट से निपटने की तैयारी:
देश में बढ़ते बिजली लोड और कोयले की मांग को ध्यान में रखते हुए, सरकार अब ऊर्जा दक्षता पर जोर दे रही है। इसके तहत ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) को निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
🔍 आगे क्या?
एयर कंडीशनर कंपनियों को डिफ़ॉल्ट टेंपरेचर 24°C सेटिंग के साथ डिवाइस तैयार करने की सलाह।
जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे कि लोग घरों में भी एसी को 24-26°C पर ही रखें।
यदि आवश्यकता पड़ी तो भविष्य में कानूनी रूप से लागू किया जा सकता है।
🛑 गर्मी में राहत के लिए एसी ज़रूरी है, लेकिन पर्यावरण और ऊर्जा संकट की कीमत पर नहीं।
सरकार का ये कदम दीर्घकालिक समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा
है।
📲 ऐसे और अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ।