दिल्ली में स्कूलों के मुद्दे पर सीएम योगी और अरविंद केजरीवाल आमने-सामने
दिल्ली में शिक्षा और स्कूलों की स्थिति को लेकर राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच इस मुद्दे पर तीखी बयानबाजी देखने को मिली।
योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार सिर्फ प्रचार और विज्ञापनों में व्यस्त है, जबकि जमीनी स्तर पर स्कूलों की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। शिक्षा के नाम पर सिर्फ दिखावा हो रहा है।”
इस पर केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल देश में सबसे बेहतर हैं और उनकी सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। उन्होंने कहा, “अगर योगी जी को यकीन नहीं है, तो वह दिल्ली के स्कूलों का दौरा कर सकते हैं। हम उन्हें दिखाएंगे कि कैसे सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाया जाता है।”
मुख्य बिंदु
1. योगी आदित्यनाथ का आरोप:
दिल्ली सरकार का ध्यान सिर्फ प्रचार पर है।
सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है।
2. केजरीवाल का जवाब:
दिल्ली के स्कूलों को मॉडल स्कूलों में बदला गया है।
यूपी सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली से सीखना चाहिए।
राजनीतिक माहौल गरमाया
यह बयानबाजी केवल दिल्ली और उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है। पूरे देश में इसे लेकर चर्चा शुरू हो गई है। समर्थकों और विरोधियों ने सोशल मीडिया पर भी अपनी-अपनी राय रखनी शुरू कर दी है।
निष्कर्ष
दिल्ली में शिक्षा के मुद्दे पर यह बहस राजनीति से ज्यादा जमीनी हकीकत पर ध्यान खींच रही है। एक तरफ योगी आदित्यनाथ का दावा है कि केजरीवाल सरकार सिर्फ प्रचार में आगे है, वहीं केजरीवाल अपने काम के दम पर जवाब दे रहे हैं।
देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर आगे क्या रुख अपनाया जाता है और क्या यह बहस शिक्षा व्यवस्था में कोई नया बदलाव लाने में मदद करेगी।