
डोनाल्ड ट्रंप ने टिम कुक से कहा – “भारत में ना बनाएं एप्पल के प्रोडक्ट” | बढ़ती राजनीतिक गर्मी में चीन की बजाय भारत को निशाना?
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर सुर्खियाँ बटोरी हैं। इस बार उन्होंने सीधे तौर पर एप्पल के CEO टिम कुक से आग्रह किया है कि एप्पल के प्रोडक्ट्स भारत में मैन्युफैक्चर ना किए जाएं।
ट्रंप का बयान:
“I told Tim Cook, don’t make iPhones in India – make them in the USA. We need those jobs back.”
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब:
एप्पल ने भारत को अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हब बनाया है।
भारत में iPhone 15 समेत कई मॉडल्स का निर्माण हो रहा है।
चीन से बाहर निकलते हुए कई वैश्विक कंपनियाँ भारत की ओर रुख कर रही हैं।
राजनीतिक और आर्थिक संकेत:
ट्रंप के इस बयान से यह साफ होता है कि 2024 के चुनावों के बाद अब “Make in America” एजेंडा को फिर से केंद्र में लाने की कोशिश की जा रही है। मगर इस बार ट्रंप ने चीन नहीं, बल्कि भारत को सीधा टारगेट किया है – जो अपने आप में हैरान करने वाली बात है।
भारत पर असर?
अगर एप्पल जैसी कंपनियों पर अमेरिकी दबाव बढ़ता है, तो भारत की मैन्युफैक्चरिंग अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन एप्पल और अन्य टेक कंपनियाँ पहले ही बता चुकी हैं कि भारत एक दीर्घकालिक रणनीतिक भागीदार है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
ट्रंप के इस बयान के बाद ट्विटर (X), रेडिट और लिंक्डइन पर यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रियाएँ दी हैं –
“ट्रंप भारत को क्यों निशाना बना रहे हैं?”
“भारत को अवसर देने से डर क्यों?”
“एप्पल जहाँ चाहे बनाए, यह एक ग्लोबल ब्रांड है।”
क्या ट्रंप का यह बयान अमेरिका में नौकरियों की वापसी की चिंता है, या वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती ताकत से घबराहट?
समय बताएगा कि टिम कुक इस बयान को कितना गंभीरता से लेते हैं, लेकिन इतना तय है – भारत अब सिर्फ एक वि
कल्प नहीं, एक तकनीकी शक्ति बन चुका है।